जो मज़ा दर्द में है, वो ख़ुशियों में कहाँ? ख़ुशियाँ तो फिर भी, कुछ पल की होती हैं। जो मज़ा दर्द में है, वो ख़ुशियों में कहाँ? ख़ुशियाँ तो फिर भी, कुछ पल क...
जिंदगी के पन्ने लिखते लिखते, आयेगा एक मुकाम ऐसा भी के अब थक चुकी होउंगी मैं भी.. जिंदगी के पन्ने लिखते लिखते, आयेगा एक मुकाम ऐसा भी के अब थक चुकी होउंगी मैं ...
तुम्हारी आँखों का स्पर्श लिपटता है मेरी देह से तुम्हारी आँखों का स्पर्श लिपटता है मेरी देह से
व्यक्ति की पहचान नाम से, आत्मा की पहचान ध्यान से होती है जैसे.. वैसे ही जीवन में मंज व्यक्ति की पहचान नाम से, आत्मा की पहचान ध्यान से होती है जैसे.. वैसे ही...
तुम रोज ना ऐसे मन के गांव को निचोड़ा करो, तुम रोज ना ऐसे मन के गांव को निचोड़ा करो,
बचा रहे ढीठता का चुटकी भर नमक लज्जा के अंतहीन समुद्र में बचा रहे ऋतुओं में थोड़ा-सा बचा रहे ढीठता का चुटकी भर नमक लज्जा के अंतहीन समुद्र में बचा रहे ऋतुओं ...